सतना|माँधवगढ़ का ऐतिहासिक किला जो सतना जिले मे आता है। यह किला शहर से लगभग 7 कि मि० दूरी में स्थित है और सतना और रीवा मार्ग में स्थित यह किला अपनी सुंदरता से राहगीरों को आकर्षित करता है।किले के तमस नदी के किनारे बसे होने के कारण यह किले को अलग ही पहचान दिलाता है।
माधवगढ़ का किला बघेलखंड के इतिहास में विशेष महत्व रखता है। इससे महाराजा विश्वनाथ सिंह जूदेव ने 18वीं शताव्दी में बनवाया था, कहा जाता है माधवगढ़ का किला रीवा रियासत के समय युद्ध के दौरान प्रयोग होने वाला घोड़ो को रखने के लिए बनाया गया था। इस किले की रियासत की सुरक्षा को लेकर विद्रोहियों और दुश्मनो के आक्रमण से बचने के लिए इसे सतना से रीवा के प्रमुख रस्ते में पड़ने वाली नदी तमस के किनारे बनाया गया था। किले में सैनिक टुकड़ी में शामिल घोड़ो को प्रक्षिण भी दिया जाता है।
यह किला पर्यटकों के लिए विकसीत किया जाना था, परंतु पर्यटन विकास निगम के सुस्त रवैये के कारण यह काम हो नही पाया है।
1.4 हैक्टर में फैला यह किला खंडहर होने से बचाया जा सकता है यदि शासन थोड़ ध्यान दे दे तथा भविष्य में इनकम का साधन भी बन सकता है ।
बुंदेलखंड की पहचान है :-
1.4 हैक्टर में फैला यह किला खंडहर होने से बचाया जा सकता है यदि शासन थोड़ ध्यान दे दे तथा भविष्य में इनकम का साधन भी बन सकता है ।
बुंदेलखंड की पहचान है :-
Side view |
माधवगढ़ का किला बघेलखंड के इतिहास में विशेष महत्व रखता है। इससे महाराजा विश्वनाथ सिंह जूदेव ने 18वीं शताव्दी में बनवाया था, कहा जाता है माधवगढ़ का किला रीवा रियासत के समय युद्ध के दौरान प्रयोग होने वाला घोड़ो को रखने के लिए बनाया गया था। इस किले की रियासत की सुरक्षा को लेकर विद्रोहियों और दुश्मनो के आक्रमण से बचने के लिए इसे सतना से रीवा के प्रमुख रस्ते में पड़ने वाली नदी तमस के किनारे बनाया गया था। किले में सैनिक टुकड़ी में शामिल घोड़ो को प्रक्षिण भी दिया जाता है।
सतना शहर की और अधिक जानकारी जानने के लिए इस ब्लॉग में जाके पढ़ सकते है स्मार्ट सिटी सतना |अपना बहुमूल्य समय देेंने के लिये धन्यवाद और comment कर के बता सकते है आप।
0 Comments